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२०२५ में कास पठार (Satara Kaas Pathar) घूमने की पूरी जानकारी – महाराष्ट्र का वैली ऑफ फ्लावर्स

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कास पठार की खासियत

बरसात के बाद महाराष्ट्र का कास पठार (Kaas Plateau), जिसे सतारा कास पठार भी कहते हैं, जंगली फूलों का एक रंगीन मैदान बन जाता है। यहां ८५० से ज़्यादा फूलों की प्रजातियां पाई जाती हैं, जो हर साल अगस्त के आखिर से अक्टूबर तक खिलती हैं।

स्थानीय लोग इसे कास पठार या Kaas Pathar Satara कहते हैं, और फूलों का मौसम देखने यहां देशभर से लोग आते हैं।

कास पठार कब खिलता है – २०२५ का फूलों का मौसम

अगर आप सोच रहे हैं “कास पठार कब खिलता है?” तो जवाब है:

अगस्त का आखिरी हफ्ता – शुरुआती फूल, ज़्यादातर पीले और सफेद (Smithia, Eriocaulon)।
सितंबर (शुरुआत से मध्य) – रंग-बिरंगे फूलों का पीक सीज़न।
सितंबर अंत से अक्टूबर मध्य – फूल कम होते हैं, लेकिन मैदान का सुनहरा रूप शानदार लगता है।

टिप – भीड़ से बचने और फोटो के लिए सुबह ७–११ बजे का स्लॉट सबसे अच्छा है।

२०२५ में कास पठार टिकट और बुकिंग

कास पठार बुकिंग २०२५ पहले से ही चर्चा में है। यह एक ईको-सेंसिटिव ज़ोन है, इसलिए रोज़ सिर्फ़ ३,००० विज़िटर की अनुमति है।
टिकट स्लॉट:

  • ७:०० am – ११:०० am
  • ११:०० am – ३:०० pm
  • ३:०० pm – ६:०० pm

कास पठार टिकट प्राइस – ₹१०० प्रति व्यक्ति, गाइड के लिए ₹१०० अतिरिक्त।
बुकिंग वेबसाइट – ऑफ़िशियल Kaas Pathar Satara ऑनलाइन पोर्टल से।

कास पठार कैसे जाएं (Kaas Pathar Kaise Jaye)

  • पुणे से – १२५–१४० किमी, ३–३.५ घंटे NH-48 से।
  • मुंबई से – २७८ किमी, ५.५–६ घंटे NH-48 से।
  • रेल – नज़दीकी स्टेशन: सतारा (लगभग २५ किमी)।
  • हवाई मार्ग – पुणे एयरपोर्ट (~१४० किमी)।

सतारा से Kaas Plateau Satara तक का सफर बेहद खूबसूरत और फोटोजेनिक है।

कास पठार में क्या देखें

यहां मिलने वाले फूल:

पीले स्मिथिया (Smithia)

बैंगनी यूट्रिकुलैरिया (Utricularia)

सफेद एरियोकॉलन (Eriocaulon)

गुलाबी इम्पेशन्स (Impatiens lawii)

दुर्लभ करवी (Karvy) – ७–८ साल में एक बार खिलता है

इसके अलावा यहां तितलियां, रंगीन कीड़े और मालाबार लार्क जैसी चिड़ियां भी देखी जा सकती हैं।

पास के घूमने लायक स्थान (Nearby Attractions)

अगर आप “kaas pathar satara nearby places” खोज रहे हैं, तो ये जगहें ज़रूर देखें:

  • कास झील सतारा – पिकनिक के लिए बढ़िया जगह
  • बामनोली गांव व शिवसागर लेक – नाव की सैर
  • थोजघर और वज्राई झरना – मानसून में शानदार नज़ारा
  • सज्जनगढ़ किला – ऐतिहासिक स्थल
  • भांबवली फ्लावर पठार – कम भीड़ वाला विकल्प

कास पठार यात्रा टिप्स

  1. Kaas Pathar Booking पहले से करें।
  2. सुबह का स्लॉट चुनें।
  3. वॉटरप्रूफ जूते पहनें।
  4. पानी, स्नैक, रेनकोट साथ रखें।
  5. पथ से बाहर न जाएं – फूलों की रक्षा करें।
  6. टॉयलेट की सुविधा पठार पर नहीं है।

यात्रा को खास बनाएं – StayVista विला में ठहरकर

कास पठार का सफर कुछ घंटों में खत्म हो जाता है, लेकिन अगर आप इसे और खास बनाना चाहते हैं तो पास में StayVista Villas Near Satara बुक करें।

  • परिवार के लिए – सुरक्षित लॉन, बड़ा स्पेस
  • दोस्तों के लिए – प्राइवेट ग्रुप स्टे, गेम्स
  • कपल्स के लिए – आराम और प्राइवेसी

पास में रुककर आप अगले दिन फिर से Kaas Plateau Satara का अलग रूप देख सकते हैं।

FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

कास पठार कब खिलता है?

अगस्त के आखिरी हफ्ते से अक्टूबर मध्य तक, सितंबर में पीक सीज़न।

कास पठार कहां है?

सतारा, महाराष्ट्र से २५ किमी पश्चिम में।

कास पठार टिकट प्राइस कितना है?

₹१०० प्रति व्यक्ति, ₹१०० गाइड के लिए।

कास पठार की बुकिंग कहां से करें?

ऑफ़िशियल Kaas Pathar Satara ऑनलाइन पोर्टल से।

पुणे से कास पठार की दूरी कितनी है?

लगभग १२५–१४० किमी, ३–३.५ घंटे कार से।

मुंबई से कास पठार कैसे जाएं?

NH-48 से ५.५–६ घंटे की ड्राइव।


Banner image courtesy: Janjri via Wikimedia Commons

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